Vishal Ramawat

Add To collaction

THE WORST ANIMAL(HUMAN)-40





उन लोगों ने उस लड़की को उसी फैक्ट्री में ले जाया गया आज सभी लोग डरे हुए थे उन्होंने जो देखा था उन्हें अब यकीन हो गया था । कि उन लोगों का पीछा किया जा रहा है पर कैसे भी करके उन्हें उस लड़की को किडनैप करके लाना ही था । उस लड़की को ले जाकर वापस उस कमरे में लेटा दिया गया और उस आदमी का इंतजार करने लगे। घंटे भर इंतजार करने के बाद, वह आदमी उस फैक्ट्री में पहुंचा और सीधा अपने कमरे की तरफ चला गया उसके लिए उस लड़की को पहले से लाया गया था उस लड़की को होश नहीं था।

वह उसके पास गया और उसने उस लड़की को दो-तीन थप्पड़ मारे तो लड़की होश में आई। फिर उसने एक इंजेक्शन निकाला और लड़की के गले के नीचे वह इंजेक्शन लगा दिया । यह एक ड्रग्स का इंजेक्शन था । जिसकी वजह से उसे होश में होते हुए भी वह कुछ नही कर सके। फिर उसने लड़की के कपड़े खोलें और फिर अपने खोलें। लड़की ने जैसे की पूरी आंखें खोली तो उसे सामने वह आदमी दिखाई दिया । जिसे देख कर उसकी आंखें बड़ी हो गई ऐसा लग रहा था जैसे उसे विश्वास ही नहीं हो रहा था।

फिर वही हैवानियत वाला सीन शुरू हो गया। आदमी उस लड़की के साथ लगभग 2 से 3 घंटे तक हैवानियत करता रहा। उसकी यह हैवानियत खत्म नहीं रही थी उसे देखकर ऐसा लग रहा था जैसे यह तो उस लड़की से गुस्सा है यह हो उस पर किसी चीज का गुस्सा निकाल रहा है। उसके शरीर को उसके पार्ट्स काटकर खून से लाल कर दिया था पूरा शरीर । शरीर से खून निकल रहा था। लड़का पूरी तरीके से नशे में था और लगातार शराब पिए जा रहा था साथ में ड्रग्स भी ले रहा था और नशे में लड़की का बलात्कार किया जा रहा था।

आखिरकार उसकी हवस कम हुई और वह कपड़े पहन कर कमरे से बाहर निकल गया। बाहर खड़े लोग भी हैरान थे कि आज यह इतना गुस्से में क्यों है वह कमरे से बाहर निकला उन लोगों को एक इशारा किया और सीधा गाड़ी में बैठकर वहां से निकल गया । उस लड़के की बहन  कमरे में आज भी बंद थी, वह लोग आज भी लड़की के शरीर के साथ खेलते कभी उन लोगों ने उसकी उसके साथ रेप करने की कोशिश नहीं की।

वह लोग एक-एक अंदर गए और हम उस लड़की को बाहर ले जाकर लेटा दिया और फिर अपनी हवस मिटाने लगे।

कमिश्नर के जाने के बाद सुधीर रंजना ने बहुत समझाया तब जाकर रंजना पुलिस स्टेशन जाने के लिए राजी हुई । क्योंकि वह बिल्कुल भी जाने को तैयार नहीं थी अगले दिन सुबह रंजना और सुधीर कमिश्नर ऑफिस पहुंचे और फिर वहां जाकर उन्होंने रिपोर्ट लिखवाई ।उस पुलिस वाले के खिलाफ बयान दर्ज हुआ और रंजना सुधीर वापस घर लेकर आ गए। उसके बाद उस पुलिस वाले के खिलाफ अरेस्ट वॉरंट जारी किया गया और पुलिस टीम के साथ राजेंद्र उस पुलिस वाले के सीधा पुलिस स्टेशन पहुंच।

राजेंद्र को देखकर पुलिस वाला अपनी कुर्सी से उठा और आगे आ गया और उसने राजेंद्र की तरफ जैसे हाथ बढ़ाया तो राजेंद्र  ने उसके हाथ में हथकड़ी बांधी। वह बोला पुलिसवाला होते हुए आज अचानक एक पुलिस वाले के हाथ में आते ही सीधा हथकड़ी पहना दी। क्या हुआ कोई मुजरिम मिला नहीं जो एक पुलिस वाले को ही गिरफ्तार करने आ गए।

राजेंद्र ने पुलिस वाले को इशारा किया और अरेस्ट वारंट उस पुलिस वाले को देते हुए बोला तुम्हें अभी इसी वक्त गिरफ्तार किया जाता है । तुम्हारे जुर्म क्या है यह हम बताना जरूरी नहीं समझे यह तुमने ना जाने कितने ही जुल्म किया है किस-किस को तुम्हारे सामने गिनाया जाए।

राजेंद्र उस पुलिस वाले को लेकर वहां से थाने की ओर निकल जाता है वही बाकी की केस की जांच स्पीड से चल रही थी। राजेंद्र ने पूरी कोशिश की थी उन लोगों तक पहुंचने की पर उनके बारे में एक सबूत भी नहीं मिल पा रहा था वह सभी के सभी लोग ऐसे गायब हुए थे जैसे जमीन फट गई हो और सभी के सभी उसमें समा गए हो। किसी को भी उस दिन के बाद से नहीं देखा गया था।

राजेंद्र परेशान हो गया था उस समझ में नहीं आ रहा था कि वह क्या करें।

दिन ऐसे ही तेजी से निकलते जा रहे थे और राजेंद्र को कुछ खास समझ में आ नहीं रहा था । वह भी परेशान हो चुका था कि आखिर हुआ क्या है और लोग गए तो गए कहां है। धीरे-धीरे उसके सारे एजेंट भी खत्म हो जा रहे थे। सभी जगह से सिर्फ निराशा ही हाथ लगी।

तभी एक एजेंट का कॉल आया उसके पास कि उसे एक इंफॉर्मेशन मिली है अभी और इसी वक्त का उसने मिलने बुलाया। राजेंद्र बिना देर किए उसके बताइए लोकेशन पर पहुंच गया ।

कुछ देर बाद राजेंद्र एक ब्रिज के नीचे खड़ा था उसे यहां आए हुए 15 मिनट हो चुके हैं पर अभी तक वह आदमी नहीं आया था जिसका कब से वेट कर रहा था। कुछ ही देर में उसे बाइक की आवाज आती है और एक लड़का बाइक लेकर आता है उसने हेलमेट पहना हुआ था और चेहरा रूमाल से बांध रखा था बाइक साइड में लगाता है और हेलमेट खोलकर राजेंद्र के पास आता है और एक लिफाफा देता है।

राजेंद्र को लिफाफा देखकर बोलता है आपको जो इंफॉर्मेशन चाहिए थी सारी इसमें है बहुत मेहनत लगी है इसे निकालने में। राजेंद्र उसे अपनी जेब से दो 500 500 की गड्डियां निकाल कर देता है तो  वह लड़का उसमें से 1 वापस राजेंद्र को देते हुए बोलता है हार मत मानना सर और इन लोगों को छोड़ना मत इनको इनके किए की सजा जरूर मिलनी चाहिए चाहे इसके लिए आपको कुछ भी करना पड़े।

राजेंद्र बोला मैं कुछ समझा नहीं तो वह बोला इस लिफाफे में आपके सारे सवालों के जवाब हैं आप अभी यहां से निकलिए वरना मेरे साथ साथ आपकी जान को भी खतरा हो जाएगा । मेरे पीछे लोग पड़ चुके हैं मैं अभी कुछ महीने अंडरग्राउंड करूंगा इन लोगों को मेरी भनक लग चुकी थी कि मैं उनके बारे में पता लगा रहा था।।

वह लड़का राजेंद्र को जय हिंद बोल कर वहां से निकल जाता है राजेंद्र भी उस लिफाफे को अपनी पॉकेट में रख कर वहां से पुलिस स्टेशन के लिए निकल जाता है ।

पुलिस स्टेशन जाकर अपनी केबिन में जाता है और केबिन में जाकर  लेपटॉप ओपन करता है उस लिफाफे में एक पेनड्राइव थी उसने वो पेन ड्राइव अपने अपने लैपटॉप में लगाई और ओपन करने लगा।

पर्सनल जैसे ही पेनड्राइव ओपन किया उसमें बहुत सारी फाइलें बनी हुई थी और सभी फाइलों के नाम अलग-अलग तरीके से रखा था। बंदे ने बहुत ही मेहनत की थी और हर एक डांटा जमा किया था । इन दिनों उसने शायद इसी वजह से उसकी जान को खतरा था यह बात तो पहले ही समझ गया था । राजेंद्र धीरे-धीरे आगे बढ़ता गया और फिर उसकापूरा शरीर कांपने लगा जो उसने देखा उसमें।

उस पेनड्राइव में 40 से 50 वीडियो थी जिसमें वह लोग लड़कियों का रेप कर रहे थे एक बार नहीं ना जाने कितनी ही बार  वह लोग लड़कियों का रेप कर रहे थे उन्हें सिगरेट से जला रहे थे ना जाने वह लोग क्या क्या कर रहे थे । उनके साथ यह सब देख कर राजेंद्र की आत्मा कांप गई। उसका पूरा शरीर कांपने लगा और वह पूरी तरीके से पसीने से भीग गया था।

उसने जल्दी से लैपटॉप को बंद किया और लंबी लंबी सांसे लेने लगा उसको समझ में नहीं आ रहा था कि आखिर क्या देख लिया । वहां से उठा और अपना लैपटॉप लेकर जल्दी से बाहर आया उसने कॉन्स्टेबल को साथ लिया सीधा कमिशन ऑफिस चलने के लिए बोला क्योंकि इसमें अब हिम्मत नही थी की था वह खुद ड्राइव कर सके।

कमिश्नर ऑफिस पहुंचा और उसने कमिश्नर से मिलने के लिए बोला कमिश्नर अभी मीटिंग में थे तो उसे वेट करने के लिए एक कॉन्स्टेबल ने बोला कि सर अभी मीटिंग में है आप कुछ देर  वेट करिए और राजेंद्र नहीं माना और सीधा अंदर चला गया। वहां पहले से आईजी और कमिश्नर दोनों बातें कर रहे थे किसी पॉलिटिक्स के मुद्दे पर कि आने वाले टाइम में कुछ रैली वगैरह निकलने वाली थी या कोई बड़ा नेता आने वाला था उसी मामले में बात चल रहा था।

कमीशन राजेंद्र पर गुस्सा होते हुए बोले तुम्हें तमीज नहीं है कब कहां आ जाना चाहिए । तुमसे कुछ देर इंतजार नहीं किया गया कॉन्स्टेबल ने बताया नहीं मैं मीटिंग में हूं पीछे से कॉन्स्टेबल आते हुए बोला सर मैंने इनको बोला था पर यह रुकने को तैयार नहीं थे तो जबरदस्ती अंदर घुसा आए। राजेंद्र बोले सर मामला बहुत ऊपर चला गया है और अगर यह बात सामने आ गई तो मैं आपने बता रहा हु पूरा पुलिस डिपार्टमेंट पर बात आ जाएगी। इतना सब कुछ हो गया पुलिस के होते हुए और किसी को कानों कान खबर तक नहीं हुई आप सोच भी नहीं सकते कि क्या-क्या हो रहा है शहर में।

अब देखते है क्या नई परते खुलने वाली है इस कहानी में। क्या राजेंद्र उन लोगों तक पहुंच पाएगा? क्या इन सब में कुछ बड़े लोगों का भी हाथ है ? या कोई पॉलिटिक्स ड्रामा देखने को मिलेगा। जो भी होगा आप लोगों को बहुत कुछ जानने को मिलेगा और पढ़कर बहुत कुछ समझ आ जाएगा।
जानने के लिए आगे बढ़ते रहिए द worst एनिमल । हम बहुत जल्द  लेकर आएंगे नेक्स्ट पार्ट। इसका बहुत ही जल्द तब तक अपना और अपने परिवार का ख्याल रखिए

कमश:
।। जयसियाराम।।

vishalramawat"सुकून"(जाना)


   23
5 Comments

Natasha

05-Apr-2023 01:15 PM

Nice

Reply

Sushi saxena

14-Mar-2023 08:40 PM

बेहतरीन

Reply

Punam verma

03-Mar-2023 08:53 AM

Very nice

Reply